बल्देवगढ़
गायत्री शक्तिपीठ में मंगलवार को ट्रस्टियों की बैठक आयोजित की गई। आयोजित बैठक में शांतिकुंज हरिद्वार से नोबल कोरोना वायरस को रोकने के लिए जारी किए गए पत्र को पढ़कर सुनाया गया, जिसमें शांतिकुंज द्वारा सभी आयोजनों को निरस्त कर दिया गया है।
गायत्री शक्तिपीठ में मंगलवार को ट्रस्टियों की बैठक आयोजित की गई। आयोजित बैठक में शांतिकुंज हरिद्वार से नोबल कोरोना वायरस को रोकने के लिए जारी किए गए पत्र को पढ़कर सुनाया गया, जिसमें शांतिकुंज द्वारा सभी आयोजनों को निरस्त कर दिया गया है।
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कलेक्टर द्वारा लॉकडाउन घोषित किया गया है। जियके चलते गायत्री शक्तिपीठ पर होने बाले नवरात्रि पर्व के आयोजन को निरस्त किया गया है। मुख्य प्रबंध ट्रस्टी अमृतलाल मिश्रा ने बताया गया कि यज्ञ चिकित्सा पद्धति है जो पर्यावरण को शुद्ध एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है। इसलिए सभी परिजन अपने अपने घरों में परिवार के सदस्यों के साथ यज्ञ चिकित्सा में गाय का द्यी, गिलोय, तुलसी, सफेद चंदन, कड़वी वॉच नीम की पत्ती लोंग, जायफल,सौगंध माला, देवदारू की छाल, नागरमोथा इन सभी को यज्ञ सामग्री में मिलाकर गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र से आहुति देकर हवन करें प्रतिदिन प्राणायाम भी करें, जिससे हम सब नोबल कोरोंना के वायरस से अपना अपने परिवार का बचाव कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि गायत्री शक्तिपीठ की नियमित पूजा, जाप, हवन संक्षिप्त रूप में होता रहेगा बैठक में अमृतलाल मिश्रा मुख्य प्रबंध ट्रस्टी, राघवेंद्र सिंह बुंदेला, सुंदर लाल सोनी ,बाबू लाल सोनी ,राकेश सोनी ट्रस्टी उपस्थित रहें।